BILASPUR. डाकघर में जमा रकम के कम होने पर ग्राहक ने पुलिस से रकम निकलने की शिकायत की है। यह भी बताया कि बिना विड्राल फॉर्म भरे ही उसके खाते से एक लाख 70 हजार रुपये निकाल लिए गए हैं। पुलिस जांच हुई तो पता चला कि असिस्टेंट पोस्टमास्टर ही फर्जी हस्ताक्षर कर पैसे निकालता था। पुलिस ने आरोपी को रिटायरमेंट के बाद अब गिरफ्तार किया है।
कभी भी खाते से नहीं निकलवाई थी रकम
मित्र विहार कॉलोनी में रहने वाले जेएस मुदलियार ने बिलासपुर के प्रधान डाकघर में खाता खुलवाया था। इस बीच उसने कभी भी खाते से रकम नहीं निकलवाई थी। बाद में उसे खाते की जांच करने पर पता चला कि 25 मार्च 2011 को उसके खाते से 74 हजार 900 रुपये निकाले गए हैं। जबकि उन्होंने कोई विड्राल फॉर्म नहीं भरा था। इसके बाद 29 सितंबर 2018 को 25 हजार रुपये तो 4अक्टूबर 2018 को भी उनका फर्जी हस्ताक्षर कर 70 हजार रुपये निकाले गए थे। यानी कुल मिलाकर एक लाख 70 हजार रुपये पार कर दिए गए थे।
साल 2018 में निकाली गई राशि
जब उन्हें इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने इस मामले की जानकारी मुख्य डाकघर में दी। डाकघर प्रबंधन ने मामले को गंभीरता से लिया और जांच शुरू की गई। इसमें यह बात सामने आई कि 25 मार्च 2011 को जब खाते से पैसे निकाले गए थे तब उस समय प्रधान डाकघर में पोस्ट मास्टर एसके लकड़ा और सहायक पोस्ट मास्टर रौशन कौशिक पदस्थ थे। वहीं चार अक्टूबर 2018 को पोस्ट मास्टर टी. सिन्हा और असिस्टेंट पोस्टमास्टर टीके चंद्रा की पदस्थापना थी। जांच में यह बात सामने आई कि विड्राल फॉर्म में उपडाकपाल रोशन कौशिक का हस्ताक्षर है। वहीं दो आहरण उसी के कार्यकाल में हुए हैं।
पुलिस ने रिटायर्ड के असिस्टेंट पोस्टमाटर को पकड़ा
इसके बाद भी मामले की जांच होती रही और कई साक्ष्य भी जुटाए गए। तब तक आरोपित रोशन कौशिक रिटायर हो गया। अब जब जांच पूरी हुई तो सिविल लाइन थाने में खाताधारक जेएस मुदलियार की ओर से अपराध दर्ज कराया गया। पुलिस ने अमानत में खयानत का मामला दर्ज कर शुभम विहार में रह रहे रिटायर्ड असिस्टेंट पोस्टमास्टर रोशन कौशिक को गिरफ्तार कर लिया है।